डेटिंग और रिकवरी
जब हम एडिक्शन रिकवरी में होते हैं तो कई बार डेटिंग या रिलेशनशिप में होना रिलेप्स का कारण बन जाता है क्योंकि हम इमोशनली तैयार नहीं होते रिलेशनशिप से जुड़े स्ट्रेस और उतार-चढ़ाव झेलने के लिये। कभी-कभार हम डेटिंग के साथ जुड़े इशुस् पर इतना ध्यान देते हैं कि हम अपनी रिकवरी को पीछे धकेल देते हैं और जब हम डेट करना शुरु करते हैं तो उसके साथ हमेशा ब्रेक-अप का चांस रहता है जो हमेशा जरुरी नहीं है कि म्युचुवल हो या फिर अच्छे टर्मस् पर हो। इन सिचुऐशनस् में हमारी रिकवरी जो की प्रोसेस में है, वो कहीं दब जाती है और हमें पता ही नहीं चलता की हम कब रिलेप्स हो गये।
इसलिये ये आमतौर पर रिकमेंड किया जाता है कि आप कम से कम एक साल वेट करें डेटिंग करने से पहले।
तो हम बात करेंगे की एक साल का टाइम पिरियड क्यों…
वो इसलिये क्येंकि एडिक्शन ट्रीटमेंट एक्सपर्टस् का मानना है कि रिकवरी के पहले साल में हमारा पूरा फोकस और एनर्जी हमारी सोबरायटी पर होना चाहिये। इस पिरियड में हमारी सोबरायटी हमारी पहली प्राथमिकता होनी चाहिये। इस रिकवरी के पहले साल में दरअसल खुद को जान पाते हैं कि हम आखिर हैं कौन बिना ड्रग्स या शराब के। हम इसी के साथ अपनी सेल्फ-एस्टीम री-बिल्ड करते हैं और रोजमर्रा की परेशानीयों से बिना नशा करे निपटना सीखते हैं।
अगर आप इस बीच किसी स्पेशल से मिलते भी हैं तो अच्छा होगा की आप बात धीरे-धीरे आगे बढ़ायें और अपने आप से ईमानदार रहें की रिकवरी ही आपकी फर्स्ट प्रिफरेंस है।
अब हम बात करेंगे की डेटिंग करना रिकवरी के दौरान चैलेंजिंग क्यों होता है…
- सोशल एन्गजायटी, जब आप ड्रग्स या शराब के इनफ्लुऐंस में होते है तो नये लोगो से मिलना ज्यादा आसान होता है। हो सकता है जब आप सोबर हों तो आपको नये लोगों से मिलने में झिझक और घबराहट महसुस हो, ये सिचुयेशन क्रेविंगस् पैदा कर सकती हैं।
- जनरल ट्रेंडस्, डेटिंग के दौरान ये बहुत कॉमन है कि आप क्लबस् या पब में जायें और अपने आप को शराब नजदीक ले जायें। ये क्रेविंगस् भले ही पैदा न करे पर फिर भी ये रिकवरी के दौरान अपने आप को डेंजरस स्पॉट में रखने जैसा होगा।
- आपकी फिलींगस् और रुटीन में आने वाला बदलाव, ये तो ओबवियस है कि जब आप किसी को डेट कर रहे होते हैं तो आपकी फिलींगस् में चेंजेस आते हैं या नई फिलींगस् डेवलप होती हैं जो आपका फोकस रिकवरी से हटा सकती हैं। इसके साथ ही आपका रुटीन जो की रिकवरी को डेडिकेटेड था वो भी डिस्टर्ब होगा।
आप क्या-क्या कर सकते हैं रिकवरी में डेटिंग ईजी करने के लिये…
- आप किसी अच्छे थेरेपिस्ट की मदद ले सकते हैं ये पता करने के लिये की आप वाकई में रैडी हैं किसी रिलेशनशिप के लिये या नहीं।
- आप रिकवरी के लिये ग्रुप मिटींग्स अटेंड करते रहे, यहाँ दो फायदे होंगे पहला ये कि आप अपने नये रिलेशनशिप की फिलींगस् शेयर कर पायेंगे और दुसरा की वहाँ आपकी फैलोशिप आपको रिकवरी के लिये फोकस्ड रखेगी।
- ये याद रखें कि आप जिसे भी डेट कर रहें हैं उसके साथ ईमानदार रहें, ये फिक्र बिलकुल न करें वो एडिक्शन हिस्ट्री के बारे में जानकर क्या सोचेगा। क्योंकि रिकवरी आपके जीवन का हिस्सा है, और इस पर आप प्राउड फील कर सकते हैं। अगर वो आपकी रिकवरी को सपोर्ट करेगा तभी डेटिंग किसी जेनुइन रिलेशनशिप में बदलेगी।
- अपनी रोज की जाने वाली जगहों जैसे ऑफिस, ग्रुप मीटिंग, कॉलेज वगैरह से बाहर पार्टनर तलाशें, क्योंकि ब्रेकअपस् एक बहुत बड़ा कारण है रिलेप्स होने का और अगर ऐसा हो जाता है तो आपको बार-बार इन जगह जाना ऑकवर्ड लग सकता है।
अब एक सवाल है कि क्या आपको दुसरे रिकवरींग एडिक्ट को डेट करना चाहिये कि नहीं, ये सिचुयेशन बहुत ही कॉम्पलीकेटेड होती है। यदि मान लीजीये की आपका पार्टनर रिलेप्स हो जाता है तो बहुत सारे सवाल उठेंगे आपके मन में जैसे क्या डेटिंग कन्टिन्यु करनी चाहिये, क्या ब्रेक अप करना चाहिये, क्या मैं तो रिलेप्स का जिम्मेदार नहीं हुं और यदि आप रिलेप्स हो गये तो आपके पार्टनर की कंडिशन भी सेम होगी इसलिये जब तक दोनो पार्टनर अपनी रिकवरी को लेकर 100 परसेंट कनविंस्ड नहीं हो ऐसे रिलेशनशिप में न जाना ही बेहतर होगा।
कुछ डिफरेंट फर्स्ट डेट ऑयडियाज…..
- अपने ही शहर में टुरिस्ट बन जायें, ये एक्सपेरिमेंट बहुत एक्साइटिंग हो सकता है और आपके पास याँदे होंगी शेयर करने के लिये।
- साथ में कोई नई क्लॉस जॉइन करें, ऐसा कुछ ढ़ुढ़े जिस में आप दोनो का इन्ट्रेस्ट हो जैसे योगा क्लास, रॉक क्लाइंबिग..
- कुछ स्पोर्टस खेलें साथ में जो आप के बचपन की यादें ताजा करे ये बहुत मजेदार हो सकता है आप विडियो गेम्स भी खेल सकते हैं…
- आप दोनो साथ में कम्युनिटी के लिये वॉलंटीयर वर्क कर सकते हैं ये बहुत अच्छा तरीका है किसी के साथ बॉन्डिंग का।
सोबर डेटिंग हमेशा मीनिंगफुल होती है, रिकवरी डेटिंग में आपकी बातें ज्यादा मीनिंगफुल और जेनुइन होती हैं। जब आप ड्रग या अल्कोहोल अब्युज कर रहे होते हैं तब आपकी किसी हैल्थी रिलेशनशिप में रहने की एबिलिटी कम हो जाती है।
आप जब भी रिकवरी में डेट करने का डिसाइड करें तो याद रखें की आपकी एडिक्शन रिकवरी ही न. 1 प्रॉयोरिटी हो।