आज हम बात करेंगे उन 5 गलतीयों के बारे में जो शराब छोड़ते समय लगभग हर आदमी करता है। अगर पूरी 5 नहीं करता तो 2-3 तो जरुर करता है यहाँ हम इस बात पर इसलिये चर्चा कर रहें है क्योंकि इनमें से ही एक रिलेप्स का कारण बनती हैं। तो ये जरुरी हो जाता है की जब हम मेहनत कर रहे हैं वो सही दिशा में जाये।
- जब आप शराब छोड़ते हैं तब आपको एहसास होता है की दिन कितना बड़ा है। क्योंकि जब आप हर दिन पी रहे होते हैं तो आपके पूरे दिन का चक्र सिर्फ और सिर्फ शराब के इर्द–गिर्द घूम रहा होता है। इसलिये शराब छोड़ने के बाद जो आपके पास खाली समय बचेगा उसे किसी भी कंसट्रक्टीव काम से भरने की तैयारी कर लें।
- जब आप पीते हैं तो आपको ऐसा लगता है कि आपके बहुत सारे दोस्त हैं। पर हकीकत में वो सिर्फ पीने–पीलाने वाले साथी होते हैं इसलिये उसी ग्रुप में लौट कर बैठना, भले ही आप के हाथ में कोल्ड–ड्रिंक हो एक बेवकुफी है क्योंकि शराब आपको आर्कशित करेगी और आप दुखी महसुस करेंगे। इसलिये ये बहुत जरुरी है कि जब आप ऐसी जगहों और दोस्तों से दुरी बनायें।
- एक और गलती जो ज्यादातर लोग करते हैं कि शराब छोड़ने को बहुत ज्यादा महत्व देना। वे लोग अपने आसपास ऐसा माहौल तैयार करते हैं कि 24 घंटे उनके दिमाग में शराब घूमती रहती है। खासकर उन लोगों को इसको इतना बड़ा ईशु नहीं बनाना चाहिये जो फिजिकली अल्कोहोल पर डिपेंडेंट नहीं है।
- आपके साथ एक बात और होगी की जैसे आप शराब छोड़ देंगे, आप परेशान और चिड़चिड़ापन महसुस करेंगे क्योंकि आप को बहुत सारी बातों में प्रॉबलम नजर आने लगेगी। हो सकता है कि आप अपने आस पास के लोगों के साथ ज्यादा बहस करें। इन बातों से बिलकुल परेशान होने की जरुरत नहीं है क्योंकि सारी चीजें वैसी की वैसी है दरअसल हुआ ये है कि आप शराब छोड़ने के बाद ज्यादा सजग हो गये हैं आप ये सारी बातें नोटिस करने लगते हैं जो पहले शराब के पीछे छुप जाती थी।
- सबसे ज्यादा जरुरी बात ये है की ये उम्मीद बिलकुल न रखें की सारी चीजें जो शराब की वजह से खराब हो गई थी वो एक रात में ठीक हो जायेंगी। हर एक आदमी अलग होता है और सबकी अलग कहानी होती है इसलिये चीजें बेहतर तो होंगी ये बात तो तय है पर इसकी कोई निश्चित समय सीमा तय नहीं कर सकते। आप इसको इस तरह से भी सोच सकते हैं की शराब पीने का सेल्फ अब्युज आपने सालों तक किया और छोड़ने पर पॉजिटिव रिजल्ट आने में कुछ तो टाईम लगेगा। इसलिये आपको सब्र रखना होगा और चीजें धीरे–धीरे बेहतर हो जायेंगी।